Saturday, 15 August 2015

ज़िद तेरी भी जलेगी, और राख होगा मेरा गुरुर...


"ज़िद तेरी भी जलेगी,
और राख होगा मेरा गुरुर, 
मंज़िल हमारी एक होगी,
शायद तारीखें कुछ और हों.. "

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