Friday, 14 August 2015

बिस्मिल की शायरी ,भगत सिंह का बलिदान याद रहे....


बिस्मिल की शायरी ,भगत सिंह का बलिदान याद रहे,

आज़ाद की सौगन्ध ,विवेकानन्द का ज्ञान याद रहे,
बेशक आजादी हर हिंदुस्तानी का हक़ है आज,
पर हक़ जताने से पहले,शहीदों के सपनों का हिंदुस्तान याद रहे ……

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