Wednesday 30 September 2015
Friday 25 September 2015
Thursday 24 September 2015
Wednesday 23 September 2015
Sunday 20 September 2015
मृत्यु या मिथक
मृत्यु है ,
अहमियत खो देना,अपनों की निगाह में,
बोझ बनकर जीना,गैर की पनाह में
मृत्यु है ,
सत्य से मुँह मोड़ना ,
और स्वार्थ की बुनियाद पर ,
रिश्तों की अहमियत तोलना ....
Thursday 17 September 2015
तिरस्कार
"पैसे की प्यासी दुनिया में ,
और हवस भरे इंसानों से ,
प्यार सहज नहीं मिलता
इसलिए तिरस्कार अपनाता हूँ,
ऊपर वाला दर्द सुने मेरा,
इस चाहत में चिल्लाता हूँ ,
ऐ ठोकर मार के जाने वाले,
मैं भी मिट्टी का पुतला हूँ। … "
Monday 14 September 2015
मन वो नहीं जो हारकर , छोड़ दे हर आश को ....
मन वो नहीं जो हारकर ,
छोड़ दे हर आश को ,
पथ है अगर मुश्किल बड़ा ,
तो छोड़ दे विश्वास क्यों ...
क्यूँ मूँद लूँ आँखे यहाँ ,
जानकर सच झूठ को ,
क्यूँ छल करूँ खुद से यहाँ ,
स्वीकार कर हार को ……
क्यूँ लज्जित करूँ मानव जात को ,
क्यूँ दोष दूँ हालात को,
क्यूँ झुकाये शीश अपना ,
दोष दूँ मैं भाग्य को ……। "
Sunday 13 September 2015
आज तू नहीं तो तेरी याद से खुश हूँ....
आज तू नहीं तो तेरी याद से खुश हूँ,
महफ़िल नहीं,तो तन्हा शाम से खुश हूँ,
क्या हुआ जो मेरे हाथ में तेरा हाथ नहीं,
आज हाथ में खाली जाम लिये खुश हूँ
Saturday 12 September 2015
कर्म
कर्म मेरे,
करते रहे मेरे भाग्य का फैसला,
और मैं समझता रहा,
शायद नाराज है मुझसे मेरा खुदा
Wednesday 9 September 2015
लिखूं कुछ ऐसा की वो रो पड़े....
"लिखूं कुछ ऐसा की वो रो पड़े,
कलम से लहू बन स्याही गिरे ,
दाग दामन में ना उनके लगे ,
पर कशक उम्र भर उन्हें भी रहे "
Monday 7 September 2015
मिट्टी मैं भी , मिट्टी तू भी मिट्टी से क्या मोह लगाना...
मिट्टी मैं भी , मिट्टी तू भी
मिट्टी से क्या मोह लगाना,
तन की प्यास की थाह नहीं
क्यों पागल मन को रोग लगाना
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