"अपराध मेरा है ,
जो किसी के साथ बुरा होता देख,
चुप हो जाता हूँ बस संवेदना जता कर
और करता हूँ प्रार्थना की ऐसा न हो ,
मेरे साथ.
हाँ अपराध मेरा है ,
जब मैं बात करता हूँ बदलाव की ,
खोखली हो चुकी व्यवस्था में,
और लेता हूँ सहारा उसी व्यवस्था का ,
जब बात आ जाये खुद पर.."
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